एनईसैक ने 13 से 24 मार्च, 2023 के दौरान “उपग्रह मौसम विज्ञान और संख्यात्मक मौसम भविष्यवाणी में इसके अनुप्रयोग” पर दो सप्ताह का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया। भारत भर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिभागियों ने पाठ्यक्रम में भाग लिया। पाठ्यक्रम में उपग्रह मौसम विज्ञान और संख्यात्मक मौसम भविष्यवाणी के विषयों पर सूचनात्मक व्याख्यान और व्यावहारिक सत्र शामिल थे। ओक्लाहोमा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एमेरिटस डॉ. एस. लक्ष्मीवराहन, और भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान प्रौद्योगिकी संस्थान में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गोविंदन एम कुट्टी जैसे विशिष्ट संकाय सदस्यों ने पाठ्यक्रम के दौरान व्याख्यान दिए। प्रतिभागियों के लिए चेरापूंजी में डॉपलर मौसम रडार और वायुमंडलीय विज्ञान प्रयोगशाला का दौरा भी किया गया।
‘उपग्रह मौसम विज्ञान और संख्यात्मक मौसम भविष्यवाणी में इसके अनुप्रयोग’ पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

Previous Post
एनईसैक ने मेघालय सरकार के राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह में भाग लिया
Next Post
एनईसैक ने आपदा जोखिम प्रबंधन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया है