केंद्रीय राज्य वन सेवा अकादमी(सी.ए.एस.एफ.ओ.एस), बर्नीहाट, असम के अनुरोध पर 18 से 29 सितंबर, 2023 के दौरान एनईसैक में, “आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग” पर राज्य वन सेवा (एस.एफ.एस) अधिकारियों के लिए दो सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया और देश में वनों के प्रभावी प्रबंधन के लिए भूस्थानिक प्रौद्योगिकी के साथ वन अधिकारियों को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उद्घाटन सत्र में डॉ. लैशराम सी.बंदना, आई.एफ.एस, पाठ्यक्रम निदेशक, सी.ए.एस.एफ.ओ.एस और सी.ए.एस.एफ.ओ.एस के अन्य संकायों ने भी भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल विषय हवाई फोटोग्राफी, रिमोट सेंसिंग, भौगोलिक सूचना प्रणाली और वन प्रबंधन के उपकरण के रूप में जी.पी.एस थे। प्रशिक्षण के दौरान सैद्धांतिक व्याख्यान, प्रयोगशाला अभ्यास और क्षेत्र अभ्यास आयोजित किए गए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल मिलाकर 47 एस.एफ.एस अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें से 44 राजस्थान वन सेवा से और 3 उत्तर प्रदेश वन सेवा से थे। श्रीमती हाओबम सुचित्रा देवी, वैज्ञा/अभि. ‘एसएफ’, एफ.ई.डी पाठ्यक्रम निदेशक थी और डॉ. पेबम रॉकी, वैज्ञा/अभि. ‘एसएफ’, एफ.ई.डी, प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम अधिकारी थे।