उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (एनईसैक) ने नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन (टीसीपीओ), आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए), भारत सरकार के सहयोग से 17-27 सितंबर, 2024 के दौरान एनईसैक आउटरीच सुविधा में मध्यम स्तर के अधिकारियों के लिए “अमृत 2.0 क्षमता निर्माण उप-योजना की शुरुआत के तहत जीआईएस आधारित मास्टर प्लान (टियर- II) का निर्माण” पर दो सप्ताह का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया। उद्घाटन सत्र को श्रीमती डी. थारा, आईएएस, अतिरिक्त सचिव (अमृत), भारत सरकार ने ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया। प्रशिक्षण में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया, जिसमें भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी आधारित योजना में सरकारी पहलों का अवलोकन, सुदूर संवेदन और भौगोलिक सूचना प्रणाली के मूल सिद्धांत, सैटलाइट इमेज निर्वचन और खरीद, सर्वेक्षण तकनीक और नेविगेशन प्रणाली, मोबाइल अनुप्रयोग, जीआईएस विश्लेषण, और उन्नत प्रौद्योगिकियां जैसे यूएवी; शहरी फैलाव, विकास मॉडलिंग, जियोडेटाबेस का निर्माण और जीआईएस आधारित मास्टर प्लान की तैयारी, इसके बाद प्रत्येक विषय पर व्यावहारिक सत्र शामिल थे।
समापन सत्र की अध्यक्षता डॉ. एस पी अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने की। प्रशिक्षण में छह राज्यों, अर्थात् मिजोरम, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल से कुल 28 अधिकारियों ने भाग लिया। डॉ. जेनिता एम. नॉगकेनृह, प्रमुख, यूआरडी, पाठ्यक्रम निदेशक थीं, जबकि श्री सुमंत बी.सी., वैज्ञानिक, एनईसैक पाठ्यक्रम अधिकारी के रूप में सहयोग दिया।