इसरो 23 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की पहली वर्षगांठ मनाएगा, जो 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग की याद में मनाया जाएगा। एनईसैक पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी 8 राज्यों और पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय स्तर के कार्यक्रम आयोजित करके इस कार्यक्रम का जश्न मना रहा है। इस उत्सव के एक हिस्से के रूप में, 12 अगस्त, 2024 को असम के सिलचर में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम एनईसैक और गुरु चरण कॉलेज (जीसी कॉलेज), सिलचर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। असम के कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के विभिन्न स्कूलों के 9-12 कक्षा के लगभग 400 छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन जीसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ बिभास देब ने किया। इसके बाद, श्री पी. विजय गणेश, डीआरडी, चंद्रयान-1,2,3 मिशन और वरिष्ठ वैज्ञानिक, यूआर राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी), इसरो ने ‘भारत के चंद्र मिशन’ पर एक आमंत्रित व्याख्यान दिया। डॉ. कुंतला भूषण, वरिष्ठ वैज्ञानिक, एनईसैक ने ‘सामाजिक अनुप्रयोगों के लिए भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम’ पर एक और व्याख्यान दिया। दोनों ही व्याख्यान छात्रों द्वारा खूब पसंद किए गए। दोपहर के भोजन के बाद, एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसके बाद पुरस्कार वितरण हुआ और एनईसैक तथा इसरो वैज्ञानिकों के साथ पार्सपिरक विचार-विमर्श हुआ। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का समन्वय एनईसैक की ओर से डॉ. कुंतला भूषण और जीसी कॉलेज की ओर से डॉ. मृदुल मोहन दास ने किया।
एनईसैक ने जीसी कॉलेज, सिलचर के सहयोग से सिलचर, असम में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया (12.8.24)
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