“पूर्वी जैंतिया हिल्स जिले, मेघालय में मुगा रेशमकीट के इन-सीटू संरक्षण के लिए भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग” शीर्षक वाली परियोजना के लिए समापन कार्यशाला का आयोजन एनईसैक और रेशम उत्पादन और बुनाई निदेशालय, मेघालय सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 23 जनवरी, 2025 को नोकरेक बिल्डिंग, लोअर लाचुमियर, शिलांग में किया गया था।
कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ. बी.के. हैंडिक, प्रमुख, कृषि एवं मृदा प्रभाग (एएसडी), एनईसैक के स्वागत भाषण और परियोजना के अवलोकन से हुई। इसके बाद डॉ. के.के. शर्मा, समूह प्रमुख, सुदूर संवेदन अनुप्रयोग समूह (आरएसएजी), एनईसैक ने भाषण दिया। श्रीमती सी.बी. संगमा, निदेशक, रेशम उत्पादन एवं बुनाई, वस्त्र विभाग, मेघालय सरकार ने उद्घाटन सत्र के दौरान औपचारिक भाषण दिया।
दूसरे सत्र में डॉ. बी.के. हैंडिक द्वारा परियोजना परिणामों की विस्तृत तकनीकी प्रस्तुति दी गई, जिसका समापन परियोजना रिपोर्ट के औपचारिक लोकार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम का समापन स्वचालित मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) डेटा के उपयोग पर एक व्यावहारिक अभ्यास के साथ हुआ, जिसका संचालन एनईसैक के वैज्ञानिक डॉ. प्रदेश जेना और डॉ. फ्रांसिस दत्ता ने किया, जिसमें इन-सीटू संरक्षण प्रयासों के लिए मौसम संबंधी डेटा के उपयोग के बारे में व्यावहारिक जानकारी दी गई।