172 बटालियन सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ), शिलांग के लिए 19-23 जून, 2023 के दौरान एनईसैक बाह्य-जनसंपर्क (आउटरीच) सुविधा में ”यूएवी रिमोट सेंसिंग -तकनीकी प्रगति और अनुप्रयोग” पर एक सप्ताह का लघु पाठ्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम संयुक्त रूप से एनईसैक के भूसूचना विज्ञान और आई.टी प्रभाग (जी.आई.डी) और सैटकॉम तथा यू.ए.वी प्रभाग (एस.यू.डी) द्वारा संचालित किया गया था। उद्घाटन कार्यक्रम पाठ्यक्रम निदेशक श्री विक्टर साईखोम के स्वागत भाषण के साथ शुरू हुआ और उसके बाद प्रतिभागियों ने अपना परिचय दिया। पाठ्यक्रम क विषय में पाठ्यक्रम निदेशक द्वारा संक्षिप्त जानकारी दी गयी। इस पाठ्यक्रम में बी.एस.एफ के कुल 10 अधिकारियों ने भाग लिया था। डॉ. एस.पी.अग्रवाल निदेशक, एनईसैक ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और रक्षा अनुप्रयोगों जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों पर यू.ए.वी के महत्व पर प्रकाश डाला। उद्घाटन कार्यक्रम पाठ्यक्रम अधिकारी श्री संजय पंडित द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ।
यह पाठ्यक्रम यूएवी के सिद्धांतों और घटकों, यूएवी के संयोजन और एकीकरण, विभिन्न रिमोट सेंसर, डेटा अधिग्रहण के लिए उड़ान योजना, विभिन्न डेटा प्रोसेसिंग तकनीकों जैसे- आर्थोमोजिक्स, डिजिटल सरफेस/टेरेन मॉडल, 3डी टेक्सचर्ड मॉडल आदि को समझने पर केंद्रित था, जिनका उपयोग विभिन्न नियोजन और अनुसंधान एवं विकास उद्देश्यों क लिए किया जाता है। प्रतिभागियों को यूएवी असेंबली, एकीकरण और संचालन, मिशन योजना, डेटा अधिग्रहण, डेटा प्रोसेसिंग और डेटा विश्लेषण पर एंड-टू-एंड कार्य प्रवाह पर प्रदर्शन भी दिया गया है।
पाठ्यक्रम का समापन कार्यक्रम 23 जून, 2023 को आयोजित किया गया था। श्री प्रदीप कुमार आई.पी.एस, महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, फ्रॉन्टियर मुख्यालय, मेघालय मुख्य अतिथी के रूप में इस अवसर पर उपस्थित थे। बी.एस.एफ के वरिष्ठ अधिकारी श्री संजय शर्मा कमांडेन्ट, 172 बटालियन, श्री सुरेश सिंह, 2आईसी और श्री पवन कुमार, उप कमांडेंट/प्रशिक्षण अधिकारी, साथ ही एनईसैक के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. के.के. शर्मा, समूह प्रमुख, आरएसएजी, डॉ. दिब्यज्योति चूटिया, प्रमुख, समापन समारेह के दौरान जी.आई.डी, श्री विक्टर साईखोम, पाठ्यक्रम निदेश उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन पाठ्यक्रम अधिकारी श्री संजय पंडित के साथ धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।