23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर इसरो के चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग की उत्कृष्ट उपलब्धि के उपलक्ष्य में 26 जुलाई, 2024 को सिलीगुड़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 मनाया गया। यह कार्यक्रम सिलीगुड़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एसआईटी), सिलीगुड़ी और एनईसैक द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था, जिसमें आरआरएससी-ईस्ट और इसरो मुख्यालय का सहयोग था। कार्यक्रम में सिलीगुड़ी और उसके आसपास के 22 स्कूलों के 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। डॉ. बुद्धदेव साव, पूर्व कुलपति, जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। श्री सुपर्ण पाठक, उप महाप्रबंधक, आरआरएससी-पूर्व, कोलकाता और डॉ. तीर्थ प्रतिम दास, निदेशक, विज्ञान कार्यक्रम कार्यालय, इसरो मुख्यालय ने भी उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में एनईसैक, आरआरएससी-पूर्व, एसआईटी के संकायों और टेक्नो इंडिया समूह के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद दो व्याख्यान हुए, पहला व्याख्यान डॉ. तीर्थ प्रतिम दास द्वारा ‘भारत का चंद्र मिशन: उत्साह, विज्ञान और संभावनाएँ’ पर और दूसरा व्याख्यान श्री सुपर्ण पाठक द्वारा ‘सामाजिक लाभ के लिए अंतरिक्ष अनुप्रयोग’ पर दिया गया। दोनों व्याख्यानों को छात्रों ने बहुत अच्छी तरीके से सुना और अच्छे पारस्परिक विचार-विमर्श सत्र भी हुए। दोपहर के भोजन के बाद के सत्र में एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सभी 22 स्कूलों के चयनित छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रश्नोत्तरी में भाग लिया और इसके परिणामस्वरूप स्कूलों के बीच कड़ी टक्कर हुई। इसके बाद इसरो के चंद्र मिशनों पर ऑडियो विजुअल शो और इसरो वैज्ञानिकों के साथ एक संवादात्मक सत्र हुआ। समापन सत्र के दौरान विजेता स्कूलों को पुरस्कार वितरित किए गए और भाग लेने वाले सभी स्कूलों को भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया गया। दिन भर चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन डॉ. (श्रीमती) बनानी अधिकारी (दास), एसआईटी की समन्वयक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
22 आमंत्रित स्कूलों के साथ-साथ टेक्नो मॉडल स्कूल के लगभग 600 छात्रों ने स्पेस ऑन व्हील्स प्रदर्शनी बस का दौरा किया, जिसने युवा छात्रों में बहुत उत्सुकता पैदा की। प्रदर्शनी के दौरान छात्रों को इसरो मिशनों और गतिविधियों के बारे में जानकारी से भरपूर लघु भ्रमण का अवसर मिला।