पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) और एनईसैक ने संयुक्त रूप से 31 जुलाई, 2024 को शिलांग के एनईसी सचिवालय में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 मनाया। इस कार्यक्रम में पांच स्कूलों के 150 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। श्री सोम कामेई, योजना सलाहकार, एनईसी ने भारत के चंद्र अन्वेषण और इसरो की प्रगति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस.पी अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने चंद्रयान-3 की उपलब्धियों और भविष्य के मिशनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए “चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा” विषय पर एक व्याख्यान दिया और छात्रों को अंतरिक्ष के बारे में अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित किया। अन्य वक्ताओं में डॉ. के.के. शर्मा, डॉ. दिव्यज्योति चुटिया, श्री विक्टर साईखोम और डॉ. एस. सुजान सिंह शामिल थे, जिन्होंने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के सामाजिक लाभों और भू-स्थानिक और यूएवी प्रौद्योगिकी के उपयोग पर चर्चा की। कार्यक्रम का समापन श्री तनुंग जामोह, निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, एनईसी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
उत्तर पूर्वी परिषद, शिलांग में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, 2024 का समारोह (31.7.24)
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