एनईसैक बाह्य-जनसंपर्क (आउटरीच) सुविधा में 17-21 जुलाई, 2023 के दौरान “भू-स्थानिक डैशबोर्ड और मोबाइल एप्लिकेशन तथा जियो-वेब विश्लेषणात्मक टूल का विकास” पर एक सप्ताह का लघु पाठ्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का संचालन एनईसैक के भू-सूचना विकास विज्ञान और आई.टी विभाग (जी.आई.डी) द्वारा किया गया था। इस पाठ्यक्रम में भारत के विभिन्न हिस्सों से आए सरकारी विभागों और शिक्षा जगत के 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. दिब्यज्योति चूटिया, प्रमुख, जी.आई.डी की प्रारंभिक टिप्पणियों से हुई, जिसके पश्चात प्रतिभागियों ने अपना-अपना परिचय दिया। उन्होंने पाठ्यक्रम के विभिन्न मॉड्यूल पर प्रकाश डाला डिसमें 13 घंटे के व्याख्यान और इतने ही घंटे की व्यवहारिक अभ्यास सत्र शामिल थे। डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया की शासन प्रक्रिया में भूस्थानिक प्रौद्योगिकी उपकरण का प्रयोग कैसे करना चाहिए। उद्घाटन कार्यक्रम पाठ्यक्रम अधिकारी श्री निलय निशांत द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ।
पाठ्यक्रम को ओपन सोर्स के साथ बुनियादी जी.आई.एस संचालन की गहन समझ, भूस्थानिक डेटाबेस को प्रकाशित करने और और प्रबंधित करने की क्षमता, जियोटैगिंग मोबाइल ऐप का उपयोग करके डेटा का संग्र और अंततः निर्णय लेने की प्रक्रिया में सहायता के लिए भू-स्थानिक डैशबोर्ड का उपयोग प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था।
पाठ्यक्रम समापन कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ, जो 21 जुलाई, 2023 को आयोजित किया गया था। पाठ्यक्रम निदेशक, श्री पी.एस.सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और पाठ्यक्रम के दौरान उनके समर्पण और सक्रिय जुड़ाव के लिए सभी प्रतिभागियों की सराहना की। इसके बाद उन्होंने 5 दिनों के पाठ्यक्रम के दौरान आयोजित व्याक्यानों का विस्तृत विवरण दिया। डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने प्रतिभागियों को संबोधित किया, सभी को अपनी विकासात्मक योजना और शासन के लिए इन शक्तिशाली प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। समापन सत्र में जी.आई.डी के सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन पाठ्यक्रम अधिकारी श्री निलय निशांत द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।